एक यादगार शाम सृजन के नाम
जमशेदपुर । महिला साहित्यकारों की एक संपर्क गोष्ठी तुलसीभवन के प्रयाग कक्ष में संपन्न हुई।इसका आयोजन भिवाडी राजस्थान की कथाकार रेणुका अस्थाना के नगर आगमन और वरिष्ठ साहित्यकार निशिपाल सूरी के सम्मान में आयोजित किया गया था।जमशेदपुर की चर्चित साहित्यिक संस्थाओं,#फुरसत #में,,#बहुभाषीय #मेंन #साहित्यिक #सहयोग, ,#नव पल्लव व #आदित्यपुर #साहित्यकार #संघ की.महिला रचनाकारों ने मिलकर इस शाम को यादगार बना दिया।आदित्यपुर साहित्यकार संघ की अध्यक्ष #पद्मा #मिश्रा,#आनंद #बाला #शर्मा ने रेणुका अस्थाना को शाल,पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न के रुप में सलिल सम्मान देकर सम्मानित किया,वहीं सहयोग की संरक्षक डा #जूही #समर्पिता ने निशिपाल सूरी एवं रेणुका अस्थाना को अंगवस्त्र ओढ़ाकर अभिनंदन किया।निशिपाल सूरी की कहानी-#मांडवी #बनाम #पारुल,,तथा सुधा गोयल की कहानी *एक #काल #की #दूरी का पाठ किया गया।इस अवसर पर कवयित्री कथाकार पद्मा मिश्रा एवं माधुरी मिश्र ने अपनी रचना #सिंक #रही #हैं #भावनायें #रोटियों #सी पढी,जिसको सभी साहित्यकारों की सराहना मिली।अनेक विषयों पर चर्चा हुई तथा संवाद के माध्यम से समय के लंबे अंतराल के बाद इस तरह मिल बैठना एक यादगार अनुभव रहा।गोष्ठी में आनंद बाला शर्मा, सुधा गोयल,डा मनीला कुमारी,बलविंदर सिंह, सरिता सिंह, अनीता सिंह, पूनम सिंह, नीलम पेडीवाल,बीना सूरी, आदि कवि,साहित्यकार उपस्थित थे।
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