नेहा जैन की पुस्तक ‘बॉस अप : वीमेन प्रेन्यौर माइंडसेट फोर सक्सेस एंड ग्रोथ ’ का विमोचन
इंदौर । महात्मा गॉंधी ने कहा था कि नौ रत्नों से बढ़ कर अनमोल रत्न है किताब , जिसकी कोई कीमत नहीं है । इसी विचार को पुष्ट करती है बहुमुखी प्रतिभा की धनी नेहा जैन की पुस्तक ‘बॉस अप : वीमेन प्रेन्यौर माइंड सेट फोर सक्सेस एंड ग्रोथ ’ जिसका विमोचन विश्व पुस्तक दिवस पर किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए लेखिका एवं उद्यमी निरुपमा सिन्हा वर्मा ने कहा नारी अपने ख्वाबों को डिब्बियों में बंद कर कर रखती हैं जिन पर परतें जमती जाती हैं, वो परिवार में व्यस्त हो जाती हैं, नेहा की यह पुस्तक उनके दिमाग को ऊर्जा देकर रास्ता बताएगी चलो शुरुआत करते कही से भी कभी भी।
अभिनेत्री एवं मॉडल प्रिया सिंह शुक्ला ने बताया कि यह पुस्तक प्रत्येक नारी को इंस्पायर करेगी जो कुछ करना चाहती हैं एक कदम हम लें दस कदम खुद जुड जाएंगे महिला ही महिला की दुश्मन नहीं सहायक है, एक क्वीन दूसरी क्वीन बनाएंगी यही इस पुस्तक का सार हैं।
पुस्तक की चर्चाकार वरिष्ठ साहित्य कार पद्मा राजेन्द्र ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं "किसी से" बेहतर करू,क्या फर्क पड़ता है, मैं "किसी का" बेहतर करू बहुत फर्क पड़ता है और इसी बेहतर करने के उद्देश्य से यह किताब लिखी गई है। 'बॉस अप' उन महत्वाकांक्षी महिलाओं को सशक्त बनाती है जो सीमाओं को तोड़कर अपनी अलग राह बनाना चाहती है।
अरिहंत जैन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि "परफेक्ट" समय का इंतज़ार मत कीजिए। सबसे जरूरी है कि शुरुआत करें। आपका हर एक कदम मायने रखता है। अपनी जीत का जश्न मनाइए, अपनी असफलताओं से सीखिए और निरंतर आगे बढ़ते रहिए।
अपनी रचना प्रक्रिया को व्यक्त करते हुए नेहा जैन ने कहा कि बॉस अप बुक हर उस महिला के लिए है जो जानती है कि वो कुछ बड़ा करने के लिए बनी है और जिसे बस सही माइंडसेट, स्ट्रैटेजी और आत्मविश्वास की ज़रूरत है ताकि वो अपने सपनों को हकीकत में बदल सके। लेखिका ने जानकारी दी कि उनकी पुस्तक अमेज़न एवं फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है । जो प्रिंट तथा किंडल ई बुक दोनों फॉर्मेट में प्राप्त की जा सकती है।
कार्यक्रम का संचालन अनुपमा गुप्ता, सरस्वती वंदना नेहा अमित जैन ने प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत प्रतिभा जैन, डॉ अंजना मिश्र ने किया एवं आभार वरिष्ठ होम्योपैथ श्री डॉक्टर सी एस जैन ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से महामंडलेश्वर श्री प्रेमानंद महाराज योगी अखाड़ा व कंठ संगीत विशेषज्ञ श्रीमती डॉ. छाया मटंगे भी उपस्थित थे।
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