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गौ सेवक ने एक बार फिर की मिसाल पेश , गौमाता की मृत्यु के बाद छोटी सी ग्वाल को अपने घर पर पालने पोसने का लिया संकल्प


 गौ सेवक ने एक बार फिर की मिसाल पेश , गौमाता की मृत्यु के बाद छोटी सी ग्वाल को अपने घर पर पालने पोसने का लिया संकल्प

सिवनी मालवा । अगर आपमें गौ वंश के लिए प्रेम है तो फिर आपको शासन या प्रशासन, किसी की सहायता की जरूरत नहीं है , ऐसी मिसाल पेश एक बार फिर सिवनी मालवा के व्यापारी कमल पाल ने की । कमल पाल सुबह रोजाना की तरह अपनी साइकल से घूमने निकले थे तभी उनके द्वारा देखा गया कि बानापुरा स्थित जिला सहकारी बैंक के सामने एक गौ वंश दर्द से तड़प रही थी जिसके बाद उनके द्वारा पशु चिकित्सकों को सूचित कर मौके पर बुलाया गया , पशु चिकित्सक द्वारा गौ वंश का इलाज करीबन आधे घंटे तक किया गया परंतु कुछ समय बाद गौ वंश को नहीं बचाया जा सका , गौ वंश की मौके पर मृत्यु हो गई जिसके बाद कमल द्वारा नगर पालिका कर्मचारियों को फोन कर गौ वंश को उठाने को कहा गया गौ वंश के पास में ही उसकी छोटी से बछिया स्वरूप ग्वाल भी वही था उसकी मासूमियत को देखकर कमल पाल ने ऑटो से ग्वाल को घर ले आए और उसकी सेवा का संकल्प ले लिया । कमल पाल द्वारा बताया गया कि गौ सेवा को कलयुग में साक्षात भगवान की सेवा माना गया है , भगवान ने जितना मुझे सामर्थ दिया है मेरी हमेशा से उनसे प्रार्थना रही है कि में गौवंश निर्धन और जरूरतमंदों लोगों की हमेशा सहायता कर सकूं , जब गौ वंश की मृत्यु हो गई तो उसके ग्वाल की स्थिति एक अनाथ की तरह नज़र आई इसी के चलते मेरे द्वारा छोटी सी बछिया को घर लाया गया है और उसके पालन पोषण की जिम्मेदारी ली गई है ।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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