सरोकार साझा मंच की मासिक बैठक सम्पन्न
इंदौर। सरोकार साझा मंच की मासिक बैठक - रश्मि तिवारी और प्रतिभा तिवारी के आतिथ्य में आयोजित की गयी।
रश्मि तिवारी ने स्वागत करते हुए आज ' बच्चों के लिये संस्कार की जरुरत और माँ की बदलती भूमिका' पर विचार आमंत्रित किये।
आज की सामाजिक और पारिवारिक संरचना में अधिकांश बच्चों में घटते संस्कार, आधुनिक जीवन की विसंगतियों के प्रभाव,भटकाव के कारण, परिणाम और समस्याओं का विस्तृत उल्लेख , मृदुला शर्मा, आशा मुंशी, कविता मेहता,अंजु मोटवानी,डॉ. निरुपमा नागर और विनीता शर्मा ने किया। डॉ. अर्चना त्रिवेदी, संगीता चौहान और वंदना शर्मा ने विद्यार्थियों में संस्कार रोपण के लिये शिक्षकों को माँ की तरह कोशिश करने की जरूरत बताया।
हेमा रावत ,सुरभि शुक्ला और करुणा प्रजापति, आरती तिवारी ने माँ और संतान के सबंध और संस्कारों को कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया।
महिमा शुक्ला ने कहा' माँ की भूमिका मित्र, गुरु और मार्गदर्शक के रूप में हो।, वे मित्र भाव बच्चों की समस्याओं का समाधान करें । माँ की परम्परागत भूमिका अब बदल चुकी है। साथ ही हर माँ अपनी पहचान,आत्मसम्मान, अस्मिता के प्रति सावधान रहे। वरना उनका सम्मान और महत्व अप्रभावी रहेगा।' पीढ़ी के अंतरों, संस्कारहीनता आपराधिक प्रवृत्तियां और बिगड़ते माहौल जैसी समस्याओं के समाधान में माँ के साथ परिवार के अन्य सदस्यों जिम्मेदारी रेखांकित की गयी।
पाश्चात्य परिवेश के गलत अनुसरण के कारण ,माँ की घर और बाहर की दोहरी भूमिका, सोशल मीडिया ,बढते एकल परिवार, सामाजिक बदलाव और मानसिक विचलन से जो संस्कारहीनता बढ़ रही है वह चिंतनीय है। इस पर गहन विमर्श किया गया। इस चुनौती का मुक़ाबला एक जागरूक और संवेदनशील माँ के रूप में महिलायें ही कर सकतीं हैं। इसमें विषय के अनुरूप मनोरंजक गेम्स का आयोजन भी किया गया।
आयोजन के समापन पर प्रतिभा तिवारी ने आभार व्यक्त किया।