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काव्य : देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन - डॉ गिरिजेश सक्सेना, भोपाल


काव्य : 

 देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन 


देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन !

तुम लाल मेरे ,मेरा सुहाग ,

मेरे पिता तुम , तुम भाई मेरे ,

माटी में साथ खेले ,मेरे सखा ,

तुम्हें याद करके भीगा है मन |

देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन !!

सावन की रिम झिम ,कभी साथ भीगे थे हम ,

कभी न साथ छोड़ोगे , कहते थे तुम ,

पर आज फिर है सावन ,और हम अकेले ,

तुम्हारा साथ –तुम्हारी यादें ,अब केवल बीता सपन |

देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन !!!

गोद में मेरी पले , थाम कर अंगुली चले ,

आँख उठा आकाश देखा , छूना चाहा हरदम गगन,

देश की माटी को समर्पित , तुमने छुई ऊँचाइयाँ वो ,

लोग चाहे भूल जाएँ , भूलेगा नहीं तुमको चमन |

देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन  !!!!

देश की माटी को समर्पित मेरे सुमन !!!!


 -  डॉ गिरिजेश सक्सेना, भोपाल

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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