काव्य :
पर्यावरण दिवस
प्रकृति है मनु के लिए
सभी गुणों की खान,
जीवनदात्री का करें
हम पूरा सम्मान।
मुक्त प्रदूषण से करें
नभ जल थल सबलोग,
स्वस्थ रहे वातावरण
तभी मनुष्य निरोग।
क्षमा प्रकृति से मांगकर
रोक प्रदूषण-युद्ध
जगती को दे जायं हम
निर्मल नभ-जल शुद्ध!
-डाॅ. सुधा कुमारी
नई दिल्ली
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