जो इच्छा करिहहुं मन माहीं, राम कृपा कछु दुर्लभ नाहीं" - आचार्य अविनाश तिवारी
इटारसी । तवानगर में चल रही भागवत कथा के अंतिम दिवस बिलासपुर से पहुंचे युवा कथा वाचक आचार्य अविनाश तिवारी ने बताया कि श्रीमद्भागवत की कथा कल्पवृक्ष है ।
कल्पवृक्ष की महत्ता ये है कि उसके नीचे व्यक्ति जो मांगता है वो उसे प्राप्त होता है पर उस कालवृक्ष में ये सामर्थ नहीं है कि वो भगवान को दे सके पर भागवत एक ऐसा कल्पवृक्ष है जो परमात्मा को देने का सामर्थ रखता है उन्होंने बताया कि भागवत सभी कामनाओं को पूर्ण करता है राजा परीक्षित ने मृत्यु का भय दूर करने के लिए भागवत की कथा सुनी तो उन्होंने मृत्यु के भय से मुक्ति पाली।
अंतिम दिवस की कथा में बड़ी संख्या में तवानगर और आस पास के महिला और पुरुषों ने कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया।।
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