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काव्य : बाजार में हूं - आर एस माथुर , इंदौर

 


काव्य : 

बाजार में हूं


जीत    में    न  हार  में हूं 

 मैं   तुम्हारे   प्यार  में  हूं 


धूल   उड़ती   है   निरंतर 

क्या मैं  अब बाजार में  हूं


जिससे कल तक प्यार था 

लो आज  उससे रार में हूं


कुछ तो खाना   ही पड़ेगा

इस  कदर   इसरार  में  हूं


साफ  दिखता  ही न कोई 

धुंध   के    संसार   में   हूं


दुनिया मुझको  लूट  लेगी 

ऐसे     ही    आसार  में हूं


- आर एस माथुर , इंदौर

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

1 Comments

  1. न प्यार में हूं न इजहार में हूं
    मैं तो आजकल बस तकरार में हूं


    So beautiful creation mathur sir ka क्या मैं बाजार में हूं

    ReplyDelete
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