चंद्र शेखर आज़ाद को दी काव्यात्मक श्रद्धांजलि
इटारसी। स्थानीय श्री प्रेमशंकर दुबे स्मृति पत्रकार भवन में अमर शहीद पंडित चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर मानसरोवर साहित्य समिति द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार टी आर चोलकर ने की । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कारगिल युद्ध में भाग ले चुके क्षेत्र के सेवानिवृत्त सैनिक अरुण पटेल मौजूद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में शायर मदन तन्हाई एवं मानसरोवर साहित्य समिति के अध्यक्ष राजेश दुबे मौजूद थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती और चंद्रशेखर आजाद के तेलचित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। संयोजक गुलाब भूमरकर ने सरस्वती वंदना के साथ " उसके अचूक निशाने की देना पड़ेगी दाद भारत माँ का सच्चा सपूत चंद्रशेखर आज़ाद" रचना पढ़ी। डॉ आज़ाद सिंह ने "वीर आज़ाद की जय हो, अमर शौर्य की गाथा है, जिसने हंसकर मौत को चूमा, वो भारत की परिभाषा है" रचना पढ़कर माहौल में देश भक्ति का रस घोल दिया।
काव्य गोष्ठी में आमंत्रित साहित्यकार रामकिशोर नाविक, मदन बड़कुर तन्हाई, तरुण तिवारी तरु, विनय चौरे विद्वान, अविनेश ताम्रकार, रूपेंद्र गौर, कमल पटेल, रवि मेहरा, प्रवीण कुमार शर्मा, आलोक शुक्ला अनूप, हनीफ खान, राम वल्लभ गुप्त, सतीश शमी, एस आर धोटे, डॉ आजाद सिंह अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन तरुण तिवारी तरु ने किया। आभार प्रदर्शन मानसरोवर साहित्य समिति के अध्यक्ष राजेश दुबे ने किया।