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काव्य : 'यारों काले काम न करना' -रजनीश मिश्र 'दीपक' खुटार शाहजहाँपुर


 काव्य : 

 'यारों काले काम न करना'


 यारों काले काम न करना। 

पुरखों को  बदनाम न करना। 

मुश्किल चाहे जो भी आये,

पर इज्जत नीलाम न करना।    

करने को तुम नाम जगत में,

हरदम ही आराम न करना। 

पाने को पथ आसानी से, 

कोई काली शाम न करना। 

मजबूरी कैसी भी हो पर, 

कोई कत्लेआम न करना। 

करके कोई गफलत यारों,

अपनी नींद हराम न करना। 

पाने को तुम अपनी मंजिल,

अपने यत्न विराम न करना।   

 ऊंचा नीचा भाव जगाकर,

नफरत का पैगाम न करना। '

दीपक' धोखे की चालों से, 

अपना दुख अंजाम न करना।       

- रजनीश मिश्र 'दीपक' खुटार शाहजहाँपुर उप्र

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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