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सरिता सुराणा अंतरराष्ट्रीय जैन साहित्य संगम, तेलंगाना अध्यक्ष नियुक्त


 सरिता सुराणा अंतरराष्ट्रीय जैन साहित्य संगम, तेलंगाना अध्यक्ष नियुक्त 

हैदराबाद। जैन साहित्यकारों, विचारकों और चिन्तकों को एक मंच पर संगठित करने हेतु गठित ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय संस्था- जैन साहित्य संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीप जैन हर्षदर्शी के निर्देशानुसार हाल ही में संस्था की तेलंगाना इकाई का गठन किया गया। हिन्दी साहित्यकार एवं स्वतंत्र पत्रकार श्रीमती सरिता सुराणा को इसके अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया। इसके लिए उन्होंने जगदीप जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने वरिष्ठ गीतकार अशोक डोसी को उपाध्यक्ष पद पर और वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती हर्षलता दुधोड़िया को सचिव पद पर मनोनीत किया। मनोनयन के पश्चात् तेलंगाना इकाई की पहली साधारण सभा संग काव्य गोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया।

सरिता सुराणा ने नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और अपने शब्द पुष्पों से समस्त सदस्यों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया। हर्षलता दुधोड़िया ने तीर्थंकर स्तुति प्रस्तुत की। तत्पश्चात् गोष्ठी में उपस्थित वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती सरला भूतोड़िया ने राखी पर्व से सम्बन्धित अपनी हास्य मिश्रित व्यंग्य रचना प्रस्तुत की। वरिष्ठ गीतकार अशोक डोसी ने राखी पर्व से सम्बन्धित गीतों के माध्यम से गोष्ठी में समां बांध दिया। वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती प्रेम संचेती ने मौन के महत्त्व को रेखांकित करते हुए अपनी रचना प्रस्तुत की तो विशाखापट्टनम से वरिष्ठ कवयित्री कनक पारख ने मनहरण घनाक्षरी छंद में अपने भावों को शब्दों में पिरोकर अभिव्यक्ति दी। हर्षलता दुधोड़िया ने अपनी छंदबद्ध रचनाएं प्रस्तुत की और वर्तमान समय में पैसों के कारण रिश्तों में आई विसंगतियों पर आधारित अपनी लघुकथा का भी वाचन किया। अध्यक्षीय टिप्पणी देते हुए सरिता सुराणा ने सभी रचनाकारों की रचनाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और  गोष्ठी की सफलता हेतु सभी सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने वर्तमान समय में रिश्तों में आते परिवर्तन और दिखावे पर आधारित अपनी समसामयिक रचना - रिश्ते, राखी पर्व से सम्बन्धित दोहे और एक लघुकथा 'मौनव्रत' का वाचन किया। उन्होंने कहा कि भले ही आज़ हमारी गोष्ठी में सदस्यों की उपस्थिति कम रही लेकिन जितने भी सदस्य उपस्थित रहे, वे अपने आप में प्रबुद्ध कलमकार हैं।

इस गोष्ठी में संस्था के आगामी कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई और सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि नए सदस्यों के जुड़ने के पश्चात् शीघ्र ही कार्यकारिणी समिति का विस्तार किया जाएगा और जमीनी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समय-समय पर हम ऐसी गोष्ठियों के माध्यम से चिन्तन, मंथन एवं मनन करते हुए वार्तालाप जारी रखेंगे। हर्षलता दुधोड़िया ने सभी सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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