भगवान श्रीराम की विश्वव्यापकता के प्रमाण स्वरूप अन्य तीन देशों की लीलाओं का प्रदर्शन
राघव प्रयाग घाट-चित्रकूट में अन्तरराष्ट्रीय श्रीरामलीला उत्सव 24 से 30 सितंबर तक
भोपाल। भारतीय संस्कृति में "लीला" केवल धार्मिक या पौराणिक कथा का मंचन नहीं, बल्कि लोकमानस का जीवंत उत्सव है। इसी प्रयास के साथ मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् नई दिल्ली एवं जिला प्रशासन सतना के सहयोग से 24 से 30 सितम्बर, 2025 तक प्रतिदिन सायं 7 बजे से ‘’अन्तर्राष्ट्रीय श्रीरामलीला उत्सव’’ का आयोजन श्रीराघव प्रयाग घाट, चित्रकूट में आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय प्रतिष्ठित आयोजन में आप सभी सादर आमंत्रित हैं। प्रवेश निःशुल्क है।
24 सितम्बर 2025
नारद मोह, श्रीरामजन्म, विद्या अभ्यास, ताड़का वध
25 सितम्बर 2025
अहल्या उद्धार, पुष्प वाटिका, सीता स्वयंवर, लक्ष्मण-परशुराम संवाद
26 सितम्बर 2025
विदेशी लीला-इण्डोनेशिया
श्रीराम विवाह, सीता विदाई, मंथरा कैकेई संवाद, दशरथ-कैकेई संवाद, श्रीराम वनवास, केवट प्रसंग, भरत मिलाप
27 सितम्बर 2025
विदेशी लीला- वियतनाम
अनुसुइया उपदेश, पंचवटी प्रसंग, सीता हरण, जटायु वध, श्रीराम प्रतिज्ञा
28 सितम्बर 2025
शबरी प्रसंग, हनुमान मिलन, बालि वध, लंका दहन, विभीषण शरणागत, लक्ष्मण मूर्छा, रावण-अंगद संवाद, कुंभकरण वध
29 सितम्बर 2025
विदेशी लीला-मलेशिया
मेघनाद वध, श्रीराम-लक्ष्मण हरण
30 सितम्बर 2025
हनुमान का पाताललोक मे प्रवेश, मकरध्वज संवाद, अहिरावण वध, रावण का उपदेश, श्रीराम-रावण युद्ध, रावण वध, श्रीराम राज्याभिषेक।
निदेशक
तुलसी शोध संस्थान
चित्रकूट