क्वालिटी एल्डर होम में काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ
नोएडा । मानव सेवा के प्रति समर्पित गैर सरकारी संगठन अंतस् सेवा फाउण्डेशन और पथगामिनी साहित्यिक मंच के संयुक्त तत्वावधान में नोएडा में एक काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद से पधारे कवि/ कवयित्री शामिल हुए।
काव्य गोष्ठी का आरंभ एल्डर होम में बने सुंदर से मंदिर में वहां रहने वाले बुजुर्गों के साथ दीप प्रज्जवलन, तत्पश्चत कवियत्री मनीषा जोशी द्वारा प्रस्तुत की गई मां वाणी की सुंदर सरस वंदना से हुआ।
सत्य कुमार प्रेमी द्वारा प्रस्तुत "मन मंदिर में जिसका आना जाना है। इक दिन तो उस पंछी उड़ जाना है" ने सभी को भाव-विभोर कर दिया। गाजियाबाद से पधारी डॉ. सरिता गर्ग ने रचनाओं से काव्य रस बिखेरे। सुर लय में बेहतरीन गीत, मुक्तक आदि की प्रस्तुति मनीषा जोशी जी द्वारा की गई, जिसे खूब सरहा गया। डॉ. भावना शुक्ला जी द्वारा प्रस्तुत किए गए दोहे मुक्तक श्रोताओं के मन को छू गए। दीपक नील पद्म जी द्वारा प्रस्तुत रचना "नदी मां पत्थर और मैं" बहुत शानदार रही। उनके कुशल संचालन की भी तारीफ तो बनती है। अंतस् सेवा फाउण्डेशन की संस्थापक एवं निदेशक स्मिता श्रीवास्तव जी के गीत ग़ज़ल और प्यारी बातों से एल्डर होम के बुजुर्गों के बीच खुशी की एक लहर सी दौड़ गई। उनका मानना है कि एकाकी जीवन व्यतीत कर रहे लोगों के जीवन में कुछ सुखद पल और उनके भावों को शब्द देते हुए जीवन के प्रति उत्साहित करना ही साहित्य का सर्वश्रेष्ठ उपयोग है। "पथ गामिनी साहित्यिक मंच" की संस्थापिका मंजुला श्रीवास्तव जी ने अपने माहिए, मुक्तक और रचनाएं सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। बीच-बीच में एल्डर होम में के सदस्यों एवं अपनी सेवाएं दे रहे स्टाफ द्वारा भी काव्य पाठ किया, जो काफी मनोरंजक रहा।
कार्यक्रम के अंत में गीत गजल के सुप्रसिद्ध हस्ताक्षर आदरणीय अनिमेष जी आतिश द्वारा गजल और मुक्तक से कार्यक्रम की शोभा में चार चांद लग गये। कार्यक्रम बेहद सफल रहा। एल्डर होम के बुजुर्ग और स्टाफ सभी के द्वारा कार्यक्रम का खूब आनंद लिया गया और सराहा गया।
गौरतलब है कि दोनों संस्थाओं द्वारा यह आयोजन प्रत्येक माह किसी न किसी वृद्धाश्रम में किया जाता है जो निश्चित ही सामाजिक क्षेत्र में एक आवश्यक कदम है।