निर्वाण लाडू चढ़ाकर मनाया भगवान महावीर स्वामी का 2552 वाँ मोक्ष कल्याणक
दीपावली महापर्व पर भक्तामर पाठ के साथ 48 दीपक प्रज्वलित किये।
तालबेहट (ललितपुर) सिद्ध क्षेत्र पावागिरि सहित कसबे के दोनों जैन मंदिरों में निर्वाण लाडू चढ़ाकर भगवान महावीर स्वामी का 2552 वाँ मोक्ष कल्याणक एवं गौतम गणधर स्वामी का केवल्यज्ञान महोत्सव मनाया । मंगलवार को सुबह से भारी संख्या में श्रद्धालु केसरिया-पीले वस्त्र धारण कर हाथों में दीपक और अष्ट-द्रव्य लेकर मंदिर जी पहुँचे भगवान महावीर स्वामी का महा मस्तिकाभषेक किया एवं विश्व शांति की मंगल भावना के साथ मंत्रोच्चार के मध्य शांतिधारा संपन्न की। तत्पश्चात महावीर भगवान की विशेष पूजन अर्चना के साथ विधि विधान से निर्वाण लाडू समर्पित किये। दीपावली के अवसर पर सोमवार को वासुपूज्य दिगम्बर जैन मंदिर में भारतीय जैन मिलन बहु मण्डल एवं वासुपूज्य जिनालय शाखा के संयुक्त तत्वावधान में भक्तामर पाठ के साथ 48 दीपक प्रज्वलित कर महाआरती का आयोजन किया गया। इस मौक़े पर वक्ताओं ने वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर स्वामी के आदर्श जीवन चारित्र पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा बताये गए सत्य, अहिंसा, अचौर्य, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य और अनेकान्तवाद के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन पवा ने कहा बाल ब्रह्मचारी बालक वर्द्धमान का जन्म 599 ई. पूर्व राजा सिद्धार्थ-त्रिशला देवी के घर बिहार के कुण्डग्राम में हुआ था एवं 72 वर्ष की आयु में 527 ई. पूर्व पावापुरी से निर्वाण पद को प्राप्त किया एवं भगवान महावीर स्वामी बन गये। कार्यक्रम में सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन ज्ञानचंद बबीना एवं अनिल जैन ने किया। आभार व्यक्त अरुण मोदी एवं पुष्पेंद्र जैन ने किया।
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