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माँ नर्मदा के तट पर प्रारंभ हुई दो दिवसीय सिंधी कहाणी लेखन कार्यशाला


 

माँ नर्मदा के तट पर प्रारंभ हुई दो दिवसीय सिंधी कहाणी लेखन कार्यशाला

खंडवा। सिंधी साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश भोपाल द्वारा सलिला माँ नर्मदा के तट कौशल्या कुटी, बांद्राभान, नर्मदापुरम नगरी में दो दिवसीय सिंधी भाषा में वृहद कहाणी लेखन कार्यशाला का शुभारंभ माया नारोलिया राज्यसभा सदस्य, नीतू महेंद्र यादव अध्यक्ष नगर पालिका निगम नर्मदापुरम, राजेन्द्र ठाकुर सदस्य केंद्रीय संचार मंत्रालय राज्यभाषा के विशेष आतिथ्य एवं सिंधी साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश भोपाल के निदेशक राजेश कुमार वाधवानी की मौजूदगी में हुआ। यह जानकारी देते हुए सिंधी, हिंदी साहित्यकार निर्मल मंगवानी ने बताया कि कार्यशाला का शुभारंभ अतिथियों व्दारा माँ सरस्वती एवं वरुणावतार भगवान श्री झूलेलाल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन कर हुआ। अतिथियों का स्वागत उपस्थित साहित्यकारों व्दारा शाल, पुष्प मालाओं से किया गया। कार्यशाला में खंडवा, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, नर्मदापुरम आदि शहरों के साहित्य सर्जनकारों को तीन सत्रों में प्रशिक्षक डा. कमला गोकलाणी जयपुर और अशोक जमनानी नर्मदापुरम ने कहानी लेखन में महत्वपूर्ण उपयोगी सुक्ष्म एवं तथ्यों की जानकारी दी। इस मौके पर उपस्थित अतिथियों व्दारा समीक्षा लच्छवाणी व्दारा लिखित पुस्तक ऊझामियल अखियू पुस्तक का विमोचन हुआ। कार्यक्रम का संचालन सुरेंद्र लच्छवाणी ने किया।

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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