दो के बिना कोई आता नहीं और चार के बिना कोई जाता नहीं - मुनि सुव्रत सागर
सिद्ध चक्र महामंडल विधान के आठवे दिन किये 1024 अर्घ समर्पित।
12 से 17 जनवरी 2026 तक होने वाले पंचकल्याणक के लिए साक्षी दीपक सिंघई बने विधिनायक इंद्र।
मंगलवार को होगा विश्व शांति महायज्ञ, हवन एवं विमानोत्सव कार्यक्रम।
तालबेहट (ललितपुर) बुंदेलखंड के प्रसिद्ध दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में आचार्य प्रवर विद्यासागर महाराज के मंगलमय आशीर्वाद, नवाचार्य समय सागर महाराज की पावन प्रेरणा और वात्सल्य मूर्ति बुंदेली संत मुनि सुव्रत सागर महाराज के मंगल सानिध्य से आयोजित सिद्धचक्र महामंडल विधान में विशुद्धि पूर्वक सिद्धों की आराधना की जा रही है। आठवे दिन सोमवार को सुबह पं. महेंद्र कुमार जैन शास्त्री के निर्देशन में अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान के उपरांत विधान में सिद्धों की आराधना कर एवं भक्तिभाव से 1024 अर्घ समर्पित किये। मंगलाचरण आराध्या जैन ने किया। प्रतिष्ठाचार्य बा. ब्र. अशोक भैया लिधौरा के नेतृत्व में चमत्कारी बाबा मूलनायक भगवान पारसनाथ स्वामी का कलशाभिषेक, शांतिधारा का आयोजन किया एवं मंगल आरती उतारी। मुनि सुव्रत सागर महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा सभी कहते हैं अकेले आना है अकेले जाना है, लेकिन लौकिक व्यवहार में दो के बिना कोई आता नहीं और चार के बिना कोई जाता नहीं। मुनि श्री ने कहा माता -पिता के बिना कोई आता नहीं और चार कंधों के बिना कोई जाता नहीं। अतः हमें अपने माता -पिता के उपकार को कभी नहीं भूलना चाहिए एवं जीवन में परोपकार की भावना रखते हुए सभी का सहयोग कर एक दूसरे से मिलकर रहना चाहिए। 12 से 17 जनवरी 2026 तक होने वाले पंचकल्याणक के लिए साक्षी दीपक सिंघई ललितपुर को विधिनायक इंद्र, चंद्रकांता विजय जैन बामौर को कुबेर इंद्र, राजकुमारी राजकुमार जैन चकरपुर को महायज्ञनायक बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। रात्रि में शास्त्र प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गये। महाआरती में नीलेश जैन बांदरी ओमकार म्यूजिकल ग्रुप की संगीतमय धार्मिक धुनों पर श्रद्धांलुओं ने नृत्यमय भक्ति की। कार्यक्रम में अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, मंत्री जयकुमार जैन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद्र जैन, उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा, विधान पुण्यार्जक शशि सुभाषचंद्र जैन, निधि विकास जैन, प्रवृत्ति विपिन जैन, सरोज सुभाषचंद्र जैन विदिशा, अमित जैन पिंटू, अक्षत पवा, तरुण आरौन सहित सैंकड़ो श्रद्धालु मौजूद रहे। संचालन ज्ञानचंद जैन बबीना एवं आभार व्यक्त विशाल जैन पवा ने किया। जयकुमार जैन कन्धारी ने बताया 30 दिसंबर मंगलवार को सिद्ध चक्र महामंडल विधान के समापन पर पूर्णाहुति, विश्व शांति महायज्ञ, हवन एवं विमानोत्सव कार्यक्रम संपन्न होगा।
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