विश्व शांति हेतु सामूहिक प्रार्थना
विश्व शांति दिवस पर सभी धर्म के प्रतिनिधियों ने दिया शांति का संदेश
प्रजापिता ब्रह्मा ही शिव के नदी एवं सच्चे भागीरथ है
भोपाल। ब्रह्माकुमारीज के साकार संस्थापक *पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा* की 56 वी पुण्यतिथि को *विश्व शांति दिवस* के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की रूपरेखा स्पष्ट करते हुए बीके राम भाई जी ने बताया कि कैसे दादा लेखराज प्रजापिता ब्रह्मा के रूप में प्रख्यात हुए । बचपन में एक साधारण शिक्षक के घर में जन्मे दादा लेखराज ने बचपन से ही भक्ति ईश्वर के प्रति समर्पण भाव रहा आगे चलकर आप एक प्रख्यात हीरे जवाहरात की व्यापारी बने लेकिन आपकी भक्ति एवं दुनिया के प्रति वैराग्य वृत्ति निरंतर बनी रही। सन 1936 में एक दिव्य साक्षात्कार के द्वारा परमात्मा ने उन्हें सृष्टि के आदि मध्य अंत का रहस्य स्पष्ट किया और बताया वर्तमान समय कलयुग के अंत का समय है और परमात्मा शिव दादा लेखराज के तन में अवतरित होकर नई आने वाली सतयुगी सृष्टि की स्थापना का कार्य कर रहे हैं वास्तव में प्रजापिता ब्रह्मा ही सच्चे शिव के नदी है एवं भागीरथ है जिनके श्री मुख से परमात्मा ने ज्ञान की गंगा बहाई।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से *आर्क बिशप डॉक्टर एएएस दुरईराज एसवीडी* पधारे। आपने प्रभु यीशु एवं ईसाई धर्म के अनुयायियों की तरफ से विश्व शांति के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। आगे उन्होंने कहा प्रभु इशू ने विश्व शांति एवं प्रेम के लिए अपना सर्वोच्च त्याग किया, हम सबको भी मिलकर आपसी भाईचारा एवं सद्भावना बनाए रखनी है, वही ज्योतिषाचार्य पंडित *श्री गौतम विनोद जी* ने कहा शांति के बाद भी एक शांति है हमें उस शांति की ओर जाना है विश्व परिवर्तन के लिए स्वयं के अंदर जाना आवश्यक है । गायत्री परिवार के प्रतिनिधि *श्री रघुनाथ प्रसाद हजारी जी* ने सामूहिक गायत्री मंत्र के उच्चारण से विश्व शांति की प्रार्थना की तथा मध्य प्रदेश आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्थान की स्टेट कोऑर्डिनेटर *श्रीमती हिमांशी गुप्ता* ने कहा जो कर्म हम करेंगे हमें देख फिर दूसरे भी करेंगे अतः जो व्यवहार हम दूसरों से अपेक्षित करते हैं हमें दूसरों के साथ भी वही व्यवहार करना चाहिए। *बौद्ध भिक्षुणी संघमित्रा जी* ने प्रार्थना कर विश्व शांति के प्रकल्पन फैलाएं। इस्कॉन के युवा *संत श्याम कुंड प्रभु* ने हरे रामा हरे कृष्णा गाकर ध्यान कराया वही *ब्रह्माकुमारी साक्षी दीदी* ने सभी को गहन शांति एवं शक्ति के वाइब्रेशन सारे विश्व में फैलाने के लिए राजयोग ध्यान का अभ्यास कराया, सृष्टि ग्लोब में सभी विश्व की आत्माओं प्रकृति के पांचो तत्वो सहित जीव जंतुओं को भी शांति और शक्ति के प्रकंपन फैलाते हुए एक सुंदर सकारात्मक वातावरण बनाया । कार्यक्रम के अंत में *राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी नीता दीदी जी* ने अपनी आध्यात्मिक जीवन यात्रा के सुखद अनुभव साझा करते हुए सबको लाभान्वित किया । कार्यक्रम में बोहरा समाज के प्रतिनिधि मंडल भी पहुंचे, अंत में सभी ने मिलकर पुष्प अर्पण कर *पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा* को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।