हमारा प्यारा हिंदुस्तान साहित्य संस्था के तत्वाधान में विराट बसंत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित हुआ
योगी के सारे इंतजाम श्रेष्ठ कुंभ के गुणगान गाएं विश्व तो समझो पसंद है:वरिष्ठ कवि अशोक गोयल
पिलखुवा। हमारा प्यारा हिंदुस्तान साहित्य संस्था छत्तीसगढ़ इकाई के तत्वाधान में विराट बसंत महोत्सव का कार्यक्रम देश के शीर्ष रचनाकारों के सानिध्य में आयोजित किया गया कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार अशोक गोयल रहे। उन्होंने बसंत महोत्सव पर प्रकाश डाला और सभी के सम्मुख बसंत पर्व से ओत प्रोत रचना को जैसे ही पेश किया संपूर्ण पटल तालियों से गुंजायमान हो गया।उन्होंने बसंत पर्व पर अपनी रचना को कुछ इस अंदाज में पेश किया : गाये खुशी के गीत तो समझो बसंत है, सब मिलके गुनगुनाए तो समझो बसंत है। योगी के सारे इंतजाम श्रेष्ठ कुंभ के, गुणगान गाएं विश्व तो समझो बसंत है। कार्यक्रम का सुंदर संचालन कवयित्री ऋतु पाण्डेय त्रिधा प्रयागराज ने किया।अतिथि स्वागत गीत की सुंदर प्रस्तुति रवेंद्र पाल रसिक मथुरा ने की।कार्यक्रम में सभी प्रदेशों से पधारे रचनाकारों ने बसंत पर्व पर एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत की ।कार्यक्रम में देश भर से सभी प्रांतों से जो रचनाकार उपस्थित हुए उनमें,आभागुप्ता,डॉक्टर गोरधन सिंह सोढा ,मेघराज श्री श्रीमाल मेघ ,मंजूषा दुग्गल ,कवि सुखराम,कवयित्री शशि जायसवाल ,कवि विजय डांगे कवयित्री विनीता चौरसिया,कवयित्री ऋतु पांडेय त्रिधा,कवयित्री मीनू शर्मा,कवि दिलीप कुमार शर्मा, कवि उमाकांत भरद्वाज, कवयित्री किरन अग्रवाल,कवयित्री अमृता बिसारिया,कवयित्री शशि जायसवाल,कवि नरेंद्र शर्मा,कवयित्री मिताली वर्मा, चन्दा साहू वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार अशोक गोयल पिलखुवा जिला हापुड ,कवि अविनाश खरे,कवयित्री एकता गुप्ता वरिष्ठ कवयित्री प्रियदर्शिनी ,कवि अनुराग उपाध्याय आदि के अतिरिक्त अनेक कवि विराजमान थे।कार्यक्रम में शामिल हुए सभी अतिथियों का स्वागत कवयित्री मीनू राजेश ने किया।