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इस वर्ष पांच दिवसीय होली उत्सव 6 दिन का होगा ,यह पूर्णिमा तिथी वृद्धि के कारण होगा - पंडित विनोद गौतम ,भोपाल


 इस वर्ष पांच दिवसीय होली उत्सव 6 दिन का होगा ,यह पूर्णिमा तिथी वृद्धि के कारण होगा 

भोपाल। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 2 दिन होने के कारण रंगोत्सव का त्यौहार 5 दिन की जगह 6 दिन मनाया जाएगा। गुरुवार  भद्रा काल समाप्ति के पश्चात रात्रि 10:42 पर होलिका दहन  करना शुभ रहेगा। इस समय सिंह राशि पर चंद्रमा एवं कुंभ राशि पर सूर्य शनि की युति रहेगी पिता पुत्र एक ही राशि पर होली मनाएंगे। इसके पश्चात कुंभ राशि पर होली के समय सूर्य और शनि की युति 28 वर्ष बाद ही बनेगी।

14 मार्च को धूडेली पारंपरिक रूप से उदय कालिक पूर्णिमा होने के बाद भी मनाई जाएगी। इस दौरान विदेशों में पड़ने वाले चंद्र ग्रहण का प्रभाव धार्मिक रूप से भारत में नहीं रहेगा। खर मास प्रारंभ होगा मीन के सूर्य मांगलिक कार्य में बाधक हैं।

 15 तारीख को प्रतिपदा के साथ बसंत उत्सव, होलीकोत्सव  प्रारंभ होगा। 

16 तारीख को भाईदूज, चित्रगुप्त पूजा अमृतसिद्धि,वृद्धि योग एवं विजय नक्षत्र हस्त मै किया जाएगा ।

19 तारीख बुधवार को तुला राशि के चंद्रमा, हर्षण योग में रंग पंचमी के साथ इस वर्ष होलिका उत्सव का समापन होगा।

विशेष तथ्य 

होलिका राक्षसराज हिरणाकश्यप की बहन राक्षसी प्रवृत्ति की थी इस कारण होलिका की पूजा नहीं करनी चाहिए ।भगवान नरसिंह,भक्त प्रहलाद एवं अग्नि देव की पूजा करनी चाहिए । होली  की नई पवित्रअग्नि अपने घर में लाकर श्रीशुभता का दीपक जलाना चाहिए।

होलिका दहन हेतु सुखी अरंड वृक्ष डाल , गौकास्ट, कांदे, गाजर घास आदि का उपयोग करना चाहिए। हरे भरे पेड़ ,प्लास्टिक, रबर, टायर आदि का जलना वातावरण के लिए अशुभ माना गया है अत इससे परहेज करें।

 -   पंडित विनोद गौतम 

 ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल  9827 322068

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

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