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भोजपाल साहित्य संस्थान अंतर्गत मासिक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन हुआ


भोजपाल साहित्य संस्थान अंतर्गत  मासिक  साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन हुआ

भोपाल । भोजपाल साहित्य संस्थान अंतर्गत  मासिक  साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन दिनांक 08 मार्च  2025 को   भोपाल हाट  में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष श्री प्रियदर्शी खैरा , मुख्य अतिथि श्री अशोक निर्मल व कार्यकारी अध्यक्ष सुदर्शन सोनी विशिष्ट अतिथि रहे । गोष्ठी होली की रचनाओं पर केन्द्रित रही। अशोक गोतम ने ' भाई चारा होली' बिहारी लाल सोनी ने 'शोर मचाती होली आई'  राजेंद्र राही ने गीत 'रंग बिरंगे फूल खिले हैं', सतीष चंद्र श्रीवास्तव  'ऊंट के मुंह में जीरा' वृन्दावन राय सरल ने 'नफरत के पर काटिए आंगन की दीवार होली पर  गिरा दीजिए' विवेक रंजन  श्रीवास्तव ने व्यंग्य    'गुलाबों को नीलू बनाने की मशक्कत'  , अनिल कोचर ने रचना  'कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन है'   , चन्द्रभान चंद्र ने 'कान्हा खोले होली मैं कान्हा की ही होली' डाक्टर राजेश तिवारी ने 'पापा मुझे मेरी जमीं तो दें' , चन्द्रभान राही ने 'सूरज कितना भी तेज हो जाए समुद्र को सुखाने की दम नही'।

     गोकुल सोनी ने 'होली  के तरह तरह के रंग'अपनी क्षणिकाओं में प्रस्तुत किए। अरविंद मिश्रा ने  एस डी श्रीवास्तव ने व्यंग्य ' संदर्भो का रंग पर्व होली , डाक्टर विमल शर्मा ने 'हमसे कुछ तो कहा कीजिए'  गजल तो सुदर्शन सोनी द्वारा व्यंग्य  '2047: आई एआई होली तो  का पाठ किया। अशोक निर्मल ने छंद 'सूखी हर लता ने पल्लव से ढक लिया है आगत फागुन आ गया है 'अन्य साहित्यकारों ने भी रचना पाठ किया। संचालन चन्द्रभान राही ने किया।

सुदर्शन कुमार सोनी 

कार्यकारी अध्यक्ष 

भोजपाल साहित्य संस्थान

देवेन्द्र सोनी नर्मदांचल के वरिष्ठ पत्रकार तथा युवा प्रवर्तक के प्रधान सम्पादक है। साथ ही साहित्यिक पत्रिका मानसरोवर एवं स्वर्ण विहार के प्रधान संपादक के रूप में भी उनकी अपनी अलग पहचान है। Click to More Detail About Editor Devendra soni

1 Comments

  1. बढ़िया रिपोर्टिंग, प्रकाशन हेतु आभार

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