अखिल निमाड़ लोक परिषद खंडवा का आयोजन :
समस्त विपदाओं के विरुद्ध लोक ही मानव का सुरक्षा कवच है..डॉ कुलदीप फरे
लोक के अस्तित्व से ही धरती का अस्तित्व है। लोक समस्त विपदाओं के विरुद्ध मानव का पारंपरिक सुरक्षा कवच है। लोक ने हमेशा मानवीय मूल्यों को आगे रखा है, लोक ने ही जीवन का अर्थ समझाया है। निमाड़ी के लोकगीतों और कहावतों से अनेक उदाहरण देकर डॉ कुलदीप फरे ने लोक की महत्ता प्रतिपादित की। कार्यक्रम के पहले सत्र के सूत्रधार गोविंद शर्मा थे।
इस अवसर पर निमाड़ी और हिंदी कविताओं की साझा संगोष्ठी हुई जिसमें गोविंद शर्मा,तारकेश्वर चौरे,ओमप्रकाश चौरे,मंगला चौरे,सत्येंद्र सोहनी, नितिन,दीपक चाकरे, डॉ वास्कले, मोरेश्वर राव मंडलोई, रघुवीर शर्मा,राजश्री शर्मा ने कविताओं का पाठ किया।निमाड़ी में सफल संचालन सत्येंद्र सोहनी ने किया। विनोद स्मृति काव्य संध्या अखिल निमाड़ लोक परिषद के संस्थापक सदस्य विनोद चौरे को श्रद्धांजलि देकर समाप्त हुई।आभार अध्यक्ष दीपक चाकरे ने व्यक्त किया।
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