जिस खाने की चीज़ का देशी नाम न हो वह आपके लिए ठीक नहीं! इंदौर हार्ट क्लब की सातवी मीटिंग सम्पन्न
इंदौर । जिस खाने की चीज़ का देशी नाम न हो वह आपके लिए ठीक नहीं!
यह बात मुंबई से आयीं डायटीशियन रुजुता दिवेकर ने इंदौर हार्ट क्लब के प्रोग्राम में कही। विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित करी गई इस मीटिंग में विभिन्न स्कूल कॉलेज के ५० से अधिक विद्यार्थियों दिल को स्वस्थ रखने के तरीके रोचक पोस्टर्स द्वारा बताए । शहर के कई डॉ ने अपनी ख़ुद की दिल की बीमारियों के बारे में बताया और दिल के नुस्खे भी सुझाए। ८०० से अधिक दिल के रोगियों और उनके परिवारजनों को उनके प्रश्नों के उत्तर दिए गए। हास्य योग , ध्यान और संगीत के माध्यम से यह प्रोग्राम खूब मनोरंजक रहा। डॉ प्रदीप मेहता, डॉ वि पी पांडे , डॉ विनीत पांडे, डॉ संदीप जुल्का, डॉ राकेश जैन डॉ सरिता राव, डॉ राजेंद्र लाहोटी , डॉ निखिल सक्सेना डॉ जे सी यादव डॉ अजीत जैन डॉ अलकेश जैन और डॉ संजय गुजराती ने भाग लिया।
डॉ पंचोलिया और डॉ धीरज गांधी को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मान भी दिया गया। रुजुता दिवेकर प्रोग्राम में मुख्य अतिथि रही। उन्होंने लोकल पारंपरिक खाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया की शरीर हमे संकेत देता है। हमें उन संकेतों को सुनना चाहिए।
इंदौर हार्ट क्लब के पिछले दो वर्षों के सभी नुस्खों को लेकर तैयार करी गई एक पुस्तक ( “दिल के नुस्खे”) का विमोचन भी किया गया। डॉ ज्योति जैन और विजय सोहनी जी का इसमें विशेष प्रयास करा।
अंत में श्री वीरेद्र गोयल जी ने धन्यवाद ज्ञापन करा। डॉ रावत ने बताया की इंदौर हार्ट क्लब में करीब १७००० सदस्य हैं और यह सभी के लिए निःशुल्क है।