[प्रसंगवश – 14 अक्टूबर: विश्व मानक दिवस]
जागरूकता और सुरक्षा: क्यों हैं मानक हमारे जीवन के प्रहरी
[मानकों का महत्व: डिजिटल युग से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक]
[मानकों के बिना जीवन: अव्यवस्था, जोखिम और असुरक्षा की तस्वीर]
विश्व मानक दिवस, जो हर साल 14 अक्टूबर को मनाया जाता है, हमारे जीवन में व्यवस्था, सुरक्षा और विश्वास की नींव को रेखांकित करता है। यह महज़ एक औपचारिक उत्सव नहीं, बल्कि उन अदृश्य मानकों का सम्मान है जो आधुनिक समाज को एकजुट और समृद्ध बनाते हैं। मानक वे मज़बूत धागे हैं जो उद्योग, व्यापार, उपभोक्ता और पर्यावरण को एक सामंजस्यपूर्ण ढांचे में पिरोते हैं। ये तकनीकी दिशानिर्देशों से कहीं बढ़कर हैं; ये विश्वास, समानता और स्थिरता का आधार हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि मानकों के अभाव में हमारा जीवन अव्यवस्था और असुरक्षा के भंवर में खो सकता है। चाहे बात रोज़मर्रा के उपकरणों की हो, स्वास्थ्य सेवाओं की, या पर्यावरण संरक्षण की, मानक हर कदम पर हमारा साथ देते हैं, हमें एक सुरक्षित, सुगम और टिकाऊ भविष्य की ओर ले जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मानक दिवस, जो प्रत्येक वर्ष 14 अक्टूबर को मनाया जाता है, की शुरुआत 1970 में अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन (आईएसओ) द्वारा मानकों के वैश्विक महत्व को रेखांकित करने के लिए की गई थी। 1947 में स्थापित आईएसओ, आज विश्व स्तर पर मानकों के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाता है। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन (आईईसी) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) जैसे संगठन भी तकनीकी नवाचार, वैश्विक व्यापार, उपभोक्ता सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने वाले मानकों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। ये मानक न केवल उद्योगों और समाज के लिए एक साझा मापदंड स्थापित करते हैं, बल्कि एक सुरक्षित, टिकाऊ और समृद्ध विश्व की नींव भी रखते हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानक दिवस 2025 की थीम "एक बेहतर विश्व के लिए हमारा साझा दृष्टिकोण" इस बात को रेखांकित करती है कि मानक केवल तकनीकी दिशानिर्देश नहीं, बल्कि एक ऐसी साझा दृष्टि हैं जो हमें नवाचार, समावेशिता और स्थिरता के माध्यम से एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाती है।
मानकों का प्रभाव हमारे दैनिक जीवन में सर्वव्यापी है, फिर भी हम इसे अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। सुबह जब आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज करते हैं, तो वह चार्जर आईएसओ और आईईसी जैसे वैश्विक मानकों के अनुरूप होता है, जो न केवल आपके डिवाइस की सुरक्षा और कार्यक्षमता सुनिश्चित करता है, बल्कि आपको जोखिमों से भी बचाता है। इसी तरह, आपके घर की बिजली व्यवस्था, आपके द्वारा उपभोग किया जाने वाला भोजन, या आपके द्वारा संचालित वाहन—सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों की बदौलत सुरक्षित, विश्वसनीय और कुशल हैं। इन मानकों के अभाव में, तकनीकी खराबी से लेकर उपभोक्ताओं की जान को खतरा तक बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए, आईएसओ 22000 जैसे खाद्य सुरक्षा मानक यह गारंटी देते हैं कि आपका भोजन न केवल स्वच्छ है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित भी है।
मानकों का महत्व केवल उपभोक्ताओं तक सीमित नहीं है; ये वैश्विक व्यापार, अर्थव्यवस्था और सामाजिक कल्याण के लिए आधारशिला हैं। मानक अंतरराष्ट्रीय व्यापार को सरल और विश्वसनीय बनाते हैं, क्योंकि ये विभिन्न देशों के उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता को एकसमान करते हैं। उदाहरणस्वरूप, आईएसओ 9001 गुणवत्ता प्रबंधन मानक विश्व भर में लाखों संगठनों द्वारा अपनाया गया है, जो उनके उत्पादों और सेवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में विश्वसनीय बनाता है। इसी तरह, आईएसओ 14001 पर्यावरण प्रबंधन मानक कंपनियों को पर्यावरणीय प्रभाव कम करने और सतत विकास को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है। ये मानक न केवल पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हैं, बल्कि उपभोक्ताओं और निवेशकों के बीच संगठनों की साख को भी मजबूत करते हैं। मानकों के अभाव में, वैश्विक व्यापार में अविश्वास और अराजकता फैल सकती है, जो आर्थिक प्रगति को ठप कर सकती है।
डिजिटल युग में मानकों की प्रासंगिकता और भी गहन हो गई है। साइबर सुरक्षा, डेटा गोपनीयता और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसे क्षेत्रों में मानक पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं। उदाहरण के लिए, आईएसओ/आईईसी 27001 सूचना सुरक्षा मानक संगठनों को डेटा उल्लंघनों और साइबर खतरों से बचाता है। आज, जब डेटा हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति है, ये मानक न केवल संगठनों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि उपभोक्ताओं का भरोसा भी कायम रखते हैं। इसके अतिरिक्त, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और स्मार्ट सिटी जैसी तकनीकों में मानक उपकरणों और प्रणालियों के बीच तालमेल सुनिश्चित करते हैं। बिना मानकों के, तकनीकी प्रगति अव्यवस्थित और असुरक्षित हो सकती है, जिससे नवाचार की गति मंद पड़ सकती है।
मानकों का सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव भी गहरा है। आईएसओ 50001 जैसे ऊर्जा दक्षता मानक ऊर्जा खपत और कार्बन उत्सर्जन को कम करके जलवायु परिवर्तन से लड़ने में योगदान देते हैं। उदाहरण के लिए, ऊर्जा-कुशल उपकरण और भवन उपभोक्ताओं के बिजली बिल को कम करते हैं और पर्यावरणीय बोझ को हल्का करते हैं। इसी तरह, आईएसओ 13485 जैसे चिकित्सा उपकरण मानक मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार सुनिश्चित करते हैं। ये मानक न केवल तकनीकी उत्कृष्टता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि सामाजिक समानता और कल्याण को भी प्रोत्साहित करते हैं। संक्षेप में, मानक न केवल प्रगति के प्रहरी हैं, बल्कि एक सुरक्षित, टिकाऊ और समावेशी भविष्य के निर्माणकर्ता भी हैं।
विश्व मानक दिवस हमें मानकों के गतिशील और निरंतर विकसित होने वाले स्वरूप की याद दिलाता है। तकनीकी नवाचार और सामाजिक परिवर्तनों के साथ तालमेल बिठाने के लिए मानकों को समय के साथ अपडेट करना अनिवार्य है। उदाहरण के लिए, जलवायु परिवर्तन और डिजिटल परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों ने नए मानकों के निर्माण को प्रेरित किया है। आईएसओ जैसे संगठन उभरती आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए नवीन मानक विकसित करते हैं, जिसमें तकनीकी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, उद्योगपतियों और उपभोक्ताओं का सहयोग शामिल होता है। विश्व मानक दिवस इस सामूहिक प्रयास को प्रोत्साहित करता है और सभी हितधारकों को मानकों के निर्माण व कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करता है।
विश्व मानक दिवस यह स्पष्ट करता है कि मानक महज तकनीकी दस्तावेज नहीं, बल्कि हमारे समाज की रीढ़ हैं। वे हमें सुरक्षा, विश्वास और प्रगति का आधार प्रदान करते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि मानकों का पालन करना केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि एक अनमोल अवसर है—जो हमें बेहतर उत्पाद, उन्नत सेवाएँ और एक समृद्ध भविष्य की ओर ले जाता है। मानकों को अपनाकर हम न केवल अपने जीवन को सरल और सुरक्षित बनाते हैं, बल्कि एक ऐसी दुनिया का निर्माण करते हैं जो समावेशी, टिकाऊ और समृद्ध हो। 14 अक्टूबर का यह दिन हमें प्रेरणा देता है कि हम मानकों को न केवल अपनाएँ, बल्कि उनके विकास में योगदान दें और उन्हें अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएँ।
- प्रो. आरके जैन “अरिजीत”, बड़वानी (मप्र)