गांधी जयंती एवं विजयादशमी पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ
काशी । काशी साहित्यिक संस्थान ट्रस्ट द्वारा गांधी जयंती एवं विजयादशमी के पावन अवसर पर एक ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। इस काव्य गोष्ठी की संचालिका अंजलि किशोर ‘कृति’ रहीं, जिन्होंने काव्य गोष्ठी का संचालन बहुत ही शानदार तरीके से किया, कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई, जिसे नीता माथुर ने अपनी सुमधुर स्वर में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में देशभर के अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकारों एवं कवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए काव्यपाठ किया। प्रतिभागियों में प्रमुख रूप से—दिनेश कुमार दुबे,डॉ. वंदना घनश्याला,सरिता श्रीवास्तव (जोधपुर, राजस्थान),सुनीता मिश्रा (लखनऊ),नीलम प्रभा सिन्हा,अनामिका संजय अग्रवाल,हर्ष कुमार सेठ,किरन अग्रवाल,कवि सुरेश कुमार रातावाल,जनकवि सुखराम शर्मा (सागर),किरण ओझा,दिवाकर पाठक,डॉ. राजेश तिवारी "मक्खन" (झांसी, उत्तर प्रदेश),श्रीमती संध्या श्रीवास्तव 'साँझ' (छतरपुर, मध्यप्रदेश),अरविन्द कुमार "अनोखे" (उन्नाव, उत्तर प्रदेश),साधना छिरोल्या (दमोह, मध्यप्रदेश),प्रीति भारती "कवयित्री माधव भट्ट" रही। सभी रचनाकारों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक पर्व विजयादशमी पर अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से विविध भावों को अभिव्यक्त किया। कविताओं में गांधीजी के आदर्श, अहिंसा का संदेश, सामाजिक समरसता तथा विजयादशमी का आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व झलका।
अंत में काशी साहित्यिक संस्थान ट्रस्ट की संस्थापिका सुनीता जौहरी ने सभी का धन्यवाद करते हुए शामिल सभी रचनाकारों को इस शानदार गोष्ठी की बधाइयां दी।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने ऑनलाइन मंच पर अपनी उपस्थिति को सार्थक करते हुए एक साहित्यिक सौहार्द का वातावरण निर्मित किया।